PPF Withdrawal Rules 2025: हर निवेशक को पता होने चाहिए ये अहम नियम

PPF Withdrawal Rules (PPF) भारत की सबसे भरोसेमंद दीर्घकालिक बचत योजनाओं में से एक है। 15 साल का लॉक-इन, सुरक्षित रिटर्न, और टैक्स छूट इसे लोगों के बीच पसंदीदा बनाते हैं। लेकिन सबसे ज़्यादा सवाल हमेशा इसी पर होता है कि PPF से कब और कितना पैसा निकाला जा सकता है
2025 के हिसाब से यहां सभी महत्वपूर्ण नियम आसान भाषा में समझाए गए हैं।

1. PPF का लॉक-इन पीरियड

  • PPF खाते की मूल अवधि 15 साल होती है।

  • 15 साल पूरे होने से पहले पूरी रकम नहीं निकाली जा सकती।

  • 15 साल बाद आप खाता बंद कर सकते हैं या 5–5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं।

2. आंशिक निकासी

  • आंशिक निकासी 7वें वित्त वर्ष से शुरू हो सकती है।

  • एक वित्त वर्ष में सिर्फ एक बार withdrawal की अनुमति है।

  • निकासी की लिमिट:
    खाते के बैलेंस का अधिकतम 50%, और यह 50% इन में से कम वाली राशि पर आधारित होगा:

    • चौथे वित्त वर्ष के अंत की बैलेंस

    • या पिछले वित्त वर्ष के अंत की बैलेंस

  • आंशिक निकासी पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है।

3. प्रीमेच्योर क्लोज़र

  • खाता खोलने के 5 साल बाद कुछ विशेष परिस्थितियों में PPF बंद किया जा सकता है।

  • मान्य कारण:

    • गंभीर बीमारी

    • उच्च शिक्षा का खर्च

    • भारत से बाहर स्थायी रूप से बसना (NRI)

  • प्रीमेच्योर क्लोज़र पर ब्याज में आम तौर पर 1% तक की कटौती लागू होती है, यानी प्राप्त ब्याज से 1% कम दर पर पुनर्गणना होती है।

4. 15 साल पूरा होने पर विकल्प

15 साल बाद आपके पास तीन विकल्प होते हैं:

1. पूरा पैसा निकालकर खाता बंद

  • Principal + Interest पूरी तरह टैक्स-फ्री।

2. खाता बढ़ाना (Extend with Contribution)

  • 5 साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं।

  • इस अवधि में अधिकतम 60% राशि निकाली जा सकती है।

  • एक वित्त वर्ष में एक बार withdrawal।

3. बिना जमा के बढ़ाना (Extend without Contribution)

  • यदि कोई आवेदन नहीं करते, तो खाता अपने आप इसी मोड में चला जाता है।

  • आप नई जमा नहीं कर सकते, लेकिन ब्याज मिलता रहेगा।

  • साल में एक withdrawal किया जा सकता है।

5. 2025 में निवेशकों के लिए मुख्य बातें

  • Partial withdrawal का सही समय चुनें, क्योंकि 50% नियम बैलेंस के हिसाब से बदल सकता है।

  • Premature closure केवल जरूरी स्थिति में ही करें।

  • Extension का निर्णय 15 साल पूरे होने से पहले योजना बनाकर करें।

  • PPF अब भी EEE स्कीम है (Investment, Interest और Maturity – तीनों पर टैक्स नहीं)।

6. टैक्स ट्रीटमेंट

PPF अभी भी टैक्स के मामले में सबसे फायदेमंद योजनाओं में है:

  • ₹1.5 लाख तक की जमा पर Section 80C में छूट।

  • ब्याज टैक्स-फ्री।

  • मेच्योरिटी और निकासी पर भी कोई टैक्स नहीं।

निवेशकों के लिए सुझाव

✔ PPF को emergency fund न समझें।
✔ इसे लंबी अवधि के लक्ष्य के लिए रखें — जैसे रिटायरमेंट या बच्चों की शिक्षा।
✔ निकासी से पहले बैलेंस और उपलब्ध विकल्प देखें।
✔ Premature closure की जगह partial withdrawal या लोन विकल्प पर विचार करें।

निष्कर्ष

PPF Withdrawal Rules 2025 यह बताते हैं कि यह स्कीम अब भी सुरक्षित, टैक्स-फ्री और लंबी अवधि के लिए उपयुक्त है। सरकार ने निकासी को पूरी तरह खुला नहीं किया है, ताकि long-term compounding का लाभ बना रहे।
यदि आप योजना के नियम समझकर निवेश करते हैं, तो PPF आने वाले वर्षों में भी एक मजबूत और भरोसेमंद फाइनेंशियल टूल रहेगा।

डिस्क्लेमर

यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। नियम बैंक/पोस्ट ऑफिस या सरकारी नोटिफिकेशन के अनुसार बदल सकते हैं। किसी भी बड़ी निकासी या खाता बंद करने से पहले संबंधित संस्थान से ताज़ा जानकारी और सलाह ज़रूर प्राप्त करें।

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