PM Kisan Yojana: भारत के करोड़ों किसानों के लिए इस दिवाली एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। केंद्र सरकार जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम किसान) योजना की 21वीं किस्त जारी करने जा रही है। इस योजना के तहत पात्र किसानों को हर चार महीने पर दो हजार रुपये की सहायता राशि दी जाती है। इस बार यह राशि दिवाली से पहले किसानों के बैंक खातों में आने की उम्मीद है, जिससे त्यौहार की खुशियाँ और भी बढ़ जाएंगी।
पीएम किसान योजना का लाभ देश के लगभग सभी राज्यों के लाखों छोटे और सीमांत किसानों को मिल रहा है। सरकार का लक्ष्य किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना और खेती से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने में उन्हें सहायता देना है। इस योजना ने पिछले कुछ वर्षों में किसानों को बड़ी राहत दी है, विशेषकर ग्रामीण परिवारों के लिए यह रकम एक स्थायी सहारा बन गई है।
PM Kisan Yojana
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना फरवरी 2019 में शुरू की गई थी। इस योजना को भारत सरकार ने देश के छोटे और सीमांत किसानों की सहायता के लिए लागू किया। इसके अंतर्गत सरकार हर साल किसानों को कुल 6000 रुपये की आर्थिक सहायता देती है, जिसे तीन बराबर किस्तों में बाँटा जाता है। हर चार महीने में एक किस्त सीधे किसानों के बैंक खाते में भेजी जाती है।
सरकार ने इस योजना को पूरी तरह पारदर्शी बनाया है ताकि लाभ सीधे वास्तविक किसानों तक पहुँचे। राशि सीधे डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किसानों के खातों में भेजी जाती है, जिससे किसी भी प्रकार की बिचौलिया व्यवस्था समाप्त हो गई है।
21वीं किस्त की संभावित तिथि और भुगतान
PM Kisan Yojana: कृषि मंत्रालय के अनुसार अक्टूबर के अंतिम सप्ताह या नवंबर के पहले सप्ताह में 21वीं किस्त जारी की जा सकती है। सरकार हर बार किस्त के साथ एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित करती है, जिसमें प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों से संवाद करते हैं। इस बार भी उम्मीद है कि किस्त जारी करने के साथ ही प्रधानमंत्री किसानों को संबोधित करेंगे।
लगभग 11 करोड़ किसानों को इस योजना के अंतर्गत दो हजार रुपये की राशि मिलेगी। किसानों के बैंक खातों में यह पैसा सीधे पहुँचेगा। जो किसान पहले से पात्र हैं और जिनका ई-केवाईसी पूरा है, उन्हें राशि समय पर मिलेगी। जिन किसानों की केवाईसी अधूरी है, उन्हें सलाह दी गई है कि वे इसे जल्द से जल्द नजदीकी सीएससी केंद्र या पोर्टल पर जाकर पूरा करें ताकि भुगतान में कोई दिक्कत न हो।
योजना का महत्व और लाभ
पीएम किसान योजना ने देश के छोटे किसानों की आर्थिक स्थिरता को काफी मजबूती दी है। कई बार खेती में मौसम की मार, बीज और खाद की कीमतों में वृद्धि जैसी परेशानियाँ होती हैं। ऐसे में यह दो हजार रुपये की किस्त किसानों के लिए एक अतिरिक्त सहारा बन जाती है।
यह योजना किसानों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पैसे का प्रवाह भी बढ़ता है और उपभोग में वृद्धि होती है। खेती से जुड़े कई छोटे काम जैसे बीज खरीदना, सिंचाई कराना या जरूरी उपकरण खरीदना, किसान इस रकम से पूरा कर लेते हैं।
पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया
जो किसान अब तक इस योजना में पंजीकृत नहीं हैं, वे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में आसानी से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए किसान को अपने राज्य के कृषि विभाग या नजदीकी सामान्य सेवा केंद्र पर जाना होता है।
किसानों को अपनी भूमि के दस्तावेज, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और मोबाइल नंबर देना होता है। सभी जानकारी सही रूप में दर्ज करने के बाद किसान का नाम लाभार्थियों की सूची में शामिल किया जाता है। एक बार नाम पक्का हो जाने के बाद हर किस्त समय पर संबंधित खाते में भेजी जाती है।
पात्रता और शर्तें
इस योजना का लाभ केवल उन किसानों को दिया जाता है जिनके पास कृषि योग्य भूमि है। सरकारी अधिकारी, सेवानिवृत्त कर्मचारी, आयकर दाता या किसी अन्य सरकारी सेवा में कार्यरत व्यक्ति इस योजना के पात्र नहीं हैं। इसका उद्देश्य केवल छोटे और सीमांत किसानों को सहायता प्रदान करना है।
राज्य सरकारें अपने-अपने राज्यों से पात्र किसानों की सूची केंद्र को भेजती हैं, जिसके बाद भुगतान प्रक्रिया शुरू होती है। किसी भी प्रकार की त्रुटि या गलत जानकारी दिए जाने पर किसान का नाम सूची से हटाया जा सकता है।
किसानों की उम्मीदें एवं आगामी योजनाएँ
हर बार की तरह इस बार भी किसानों को दिवाली से पहले भुगतान मिलने की उम्मीद है। सरकार ने पिछले वर्ष भी त्योहार से ठीक पहले किस्त जारी की थी, जिससे किसानों के घरों में खुशियाँ आ गई थीं। इस वर्ष भी वही परंपरा जारी रहने की संभावना है।
केंद्र सरकार आगे चलकर इस योजना के दायरे को और बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है ताकि अधिक से अधिक किसान परिवार इसका लाभ ले सकें। डिजिटल वेरिफिकेशन और भूमि रिकॉर्ड को जोड़ने की प्रक्रिया से पारदर्शिता और बढ़ेगी।
निष्कर्ष
पीएम किसान योजना ने किसानों के जीवन में आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता की भावना जगाई है। दिवाली से पहले आने वाली 21वीं किस्त न केवल किसानों की सहायता करेगी बल्कि उनके जीवन में खुशियों की नई रोशनी लाएगी। इस योजना ने “जय किसान” की भावना को वास्तविक रूप में सशक्त किया है और देश की कृषि आत्मा को मजबूत करने की दिशा में यह एक ऐतिहासिक पहल साबित हुई है।