तेज़ी से बढ़ती ठंड और गिरते तापमान को देखते हुए सरकार ने सभी स्कूलों में 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश (Winter School Holiday) घोषित कर दिया है। अचानक तापमान में भारी गिरावट और लगातार चल रही शीतलहर की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ गया था। इसी कारण सरकार ने अवकाश बढ़ाने का फैसला किया।
कड़ाके की ठंड ने बढ़ाई चिंताएँ
Winter School Holiday: देश के कई राज्यों में पारा सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया जा रहा है। सुबह और देर शाम के समय तापमान में गिरावट बच्चों के लिए विशेष रूप से खतरनाक मानी जा रही है।
डॉक्टरों की सलाह और मौसम विभाग की चेतावनी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया कि बच्चों को घर में रखना ही सुरक्षित रहेगा।
बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता
सरकार ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
तेज़ हवा, कोहरा और Winter के कारण बच्चों में सर्दी, खाँसी, बुखार और सांस संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
अस्पतालों में भी सर्दी और वायरल इंफेक्शन के मामले बढ़ रहे हैं, जिसे देखते हुए छुट्टी बढ़ाना आवश्यक समझा गया।
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद फैसला
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और अधिक ठंड पड़ने की संभावना जताई है।
इसके अनुसार, अगले 4–5 दिनों तक शीतलहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है, विशेषकर सुबह के समय। इसी वजह से स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया गया है।
ऑनलाइन कक्षाएँ जारी रखने के निर्देश
शिक्षा विभाग ने स्कूलों को कहा है कि वे चाहें तो ऑनलाइन कक्षाएँ चालू रख सकते हैं ताकि छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
कई स्कूलों ने पहले ही ऑनलाइन होमवर्क और डिजिटल क्लास की व्यवस्था शुरू कर दी है।
माता-पिता से अपील
सरकार ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे बच्चों को अनावश्यक रूप से बाहर न भेजें और उन्हें मौसम के हिसाब से गर्म कपड़ों का उपयोग करवाएँ।
विशेषकर छोटे बच्चों को ठंड लगने का ज्यादा खतरा होता है, इसलिए सावधानी बरतना ज़रूरी है।
क्या छुट्टी आगे भी बढ़ सकती है?
अभी तक सरकार ने 5 जनवरी तक ही छुट्टी की घोषणा की है।
हालांकि यदि Winter का असर कम नहीं हुआ, तो छुट्टी आगे बढ़ाए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया गया है।
स्थिति का मूल्यांकन मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा।
छात्रों और अभिभावकों ने राहत महसूस की
स्कूलों में छुट्टी बढ़ने से बच्चों और अभिभावकों को काफी राहत मिली है।
कई माता-पिता ने कहा कि इतनी Winter में सुबह बच्चों को तैयार करना और स्कूल भेजना मुश्किल हो रहा था।
अब वे घर पर सुरक्षित रह सकेंगे।